सांगरी: राजस्थान की शुष्क धरती से उपजी सेहत की खान - सदा स्वस्थ रहें.Com

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मंगलवार, 8 अप्रैल 2025

सांगरी: राजस्थान की शुष्क धरती से उपजी सेहत की खान

सांगरी एक राजस्थानी सब्जी है जो आयरन, फाइबर व प्रोटीन से भरपूर होती है। जानें इसके हेल्थ बेनिफिट्स, पोषण मूल्य और पारंपरिक उपयोग।


राजस्थान की भूमि जहां एक ओर रेगिस्तान और गर्म हवाओं के लिए जानी जाती है, वहीं दूसरी ओर यहां की रसोई में ऐसे स्वाद और पोषण का खजाना छुपा हुआ है, जो कहीं और नहीं मिलता। ऐसी ही एक अनमोल देन है — सांगरी। यह एक अनोखी और पारंपरिक सब्ज़ी है, जो खासतौर पर राजस्थान के शुष्क और रेगिस्तानी इलाकों में पाई जाती है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि सांगरी न सिर्फ स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेहद लाभकारी है? आइए जानते हैं सांगरी के पोषण, स्वास्थ्य लाभ, पारंपरिक महत्व और इसे अपनी डाइट में शामिल करने के तरीके।

Rajasthani sabji sangri ke health benefit
राजस्थान की विशेष सब्जी सांगरी

सांगरी क्या है? (What is Sangri?)

सांगरी, जिसे अंग्रेज़ी में Prosopis cineraria pods कहा जाता है, एक प्रकार का फल है जो कीकर या खेजड़ी के पेड़ पर उगता है। यह पेड़ राजस्थान, गुजरात और पंजाब जैसे शुष्क क्षेत्रों में पाया जाता है। सांगरी की फलियाँ गर्मियों में सूखने लगती हैं और इन्हें सुखाकर लंबे समय तक संरक्षित किया जाता है। यही सूखी सांगरी आगे चलकर मशहूर डिश "पंचकूटा" या "केर-सांगरी" का हिस्सा बनती है।


सांगरी का पोषण मूल्य (Nutritional Value of Sangri)

सांगरी भले ही रेगिस्तान की उपज हो, लेकिन इसका पोषण मूल्य किसी भी सुपरफूड से कम नहीं है। इसमें पाए जाते हैं:

  • प्रोटीन: 18-20% तक प्रोटीन, जो मांसपेशियों के विकास में सहायक होता है।

  • फाइबर: उच्च मात्रा में फाइबर जो पाचन क्रिया में मदद करता है।

  • आयरन: खून की कमी दूर करने में सहायक।

  • कैल्शियम: हड्डियों को मजबूत करता है।

  • एंटीऑक्सीडेंट्स: फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं।


सांगरी के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of Sangri)

1. पाचन क्रिया में सुधार

सांगरी में मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। यह पेट को हल्का और साफ़ रखता है।


2. डायबिटीज कंट्रोल में सहायक

सांगरी में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। यह डायबिटीज़ के मरीजों के लिए एक आदर्श सब्ज़ी है।


3. एनीमिया से राहत

आयरन की भरपूर मात्रा के कारण सांगरी एनीमिया यानी खून की कमी को दूर करने में सहायक है। खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए यह बेहद फायदेमंद है।


4. इम्यूनिटी बूस्टर

सांगरी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। यह आपको सर्दी-जुकाम और मौसमी संक्रमणों से बचा सकता है।


5. हड्डियों को मजबूती देता है

इसमें मौजूद कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं। वृद्ध लोगों के लिए यह विशेष रूप से लाभदायक है।


6. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी

सांगरी में मौजूद पोषक तत्व त्वचा को निखारते हैं और बालों की जड़ों को पोषण देते हैं। यह एक प्राकृतिक ब्यूटी टॉनिक की तरह काम करता है।


सांगरी का आयुर्वेदिक महत्व

आयुर्वेद के अनुसार, सांगरी वात और पित्त दोष को संतुलित करने में मदद करती है। यह शरीर में जमे विषैले तत्वों को बाहर निकालती है और आंतों को साफ़ करती है।

औषधीय उपयोग:

  • सांगरी का चूर्ण पेट की गैस और ऐंठन में उपयोगी माना जाता है।

  • बुखार, अल्सर और हड्डियों की सूजन में इसका काढ़ा भी उपयोग होता है।


सांगरी कैसे खाएं? (How to Eat Sangri)

सांगरी का सबसे प्रचलित और स्वादिष्ट रूप है — "केर-सांगरी की सब्ज़ी", जो राजस्थान की शादियों और त्योहारों में जरूर बनती है।

लोकप्रिय रेसिपी: केर-सांगरी

सामग्री:

  • सूखी सांगरी – 100 ग्राम

  • केर – 50 ग्राम

  • दही – 1 कप

  • तेल – 4 चम्मच

  • राई, जीरा, हींग – तड़के के लिए

  • लाल मिर्च, हल्दी, धनिया पाउडर, नमक – स्वाद अनुसार

विधि:

  1. सांगरी और केर को रातभर पानी में भिगोकर रखें।

  2. सुबह इन्हें नमक डालकर उबालें और पानी निकाल दें।

  3. कढ़ाई में तेल गरम करके उसमें तड़का लगाएं।

  4. मसाले डालें और सांगरी-केर डालकर अच्छे से भूनें।

  5. दही मिलाएं और कुछ देर धीमी आंच पर पकाएं।

यह सब्जी रोटी, बाजरे की रोटी, या पराठे के साथ खूब स्वाद देती है।


सांगरी को स्टोर करने के टिप्स

सांगरी को लंबे समय तक स्टोर करने के लिए इसे:

  • अच्छी तरह धूप में सुखाएं

  • एयरटाइट डिब्बे में रखें

  • नमी और सीलन से बचाएं

इस तरह यह कई महीनों तक खराब नहीं होती।


सांगरी खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें

  • सांगरी सूखी, पतली और बिना कीड़े वाली होनी चाहिए।

  • इसका रंग भूरा और गंध थोड़ी मिट्टी जैसी होनी चाहिए।

  • स्थानीय बाजार या ऑनलाइन ऑर्गेनिक स्टोर्स से शुद्ध सांगरी खरीदें।


सांगरी और पर्यावरण

खेजड़ी का पेड़ न सिर्फ सांगरी देता है, बल्कि यह रेगिस्तान में मिट्टी का कटाव रोकने, छाया देने, और जल संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पेड़ भारत में "राजस्थान का राज्य वृक्ष" भी माना जाता है।


FAQ: सांगरी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. क्या सांगरी बच्चों को दी जा सकती है?

हाँ, अगर ठीक से पकाई जाए तो सांगरी बच्चों के लिए भी पोषण से भरपूर होती है। थोड़ा नरम बनाकर परोसें।

Q2. क्या सांगरी व्रत या फास्टिंग में खा सकते हैं?

अगर आप बिना दाल और अनाज के व्रत रखते हैं, तो सांगरी उस दिन के लिए उपयुक्त नहीं। लेकिन व्रत में अगर सामान्य भोजन लेते हैं, तो खा सकते हैं।

Q3. क्या सांगरी से एलर्जी हो सकती है?

बहुत ही कम मामलों में ऐसा होता है। अगर पहली बार खा रहे हैं, तो थोड़ी मात्रा से शुरू करें।


निष्कर्ष (Conclusion)

सांगरी सिर्फ एक सब्जी नहीं, बल्कि यह राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और प्रकृति से जुड़ी हुई एक पोषणयुक्त विरासत है। आज जब लोग हेल्दी, नेचुरल और देसी फूड की ओर लौट रहे हैं, तो सांगरी एक बेहतरीन विकल्प बन सकती है।

अगर आप हेल्थ को लेकर सजग हैं और अपने आहार में कुछ नया, देसी और पौष्टिक जोड़ना चाहते हैं — तो सांगरी जरूर ट्राई करें। यह न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि आपकी सेहत को भी मजबूत बनाती है।


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