प्लांटर फेशिआइटिस पैर में दर्द का मुख्य कारण हो सकता है। जानें इसके लक्षण, कारण और असरदार घरेलू व मेडिकल इलाज, जिससे आप दर्द से राहत पा सकते हैं!
परिचय
प्लांटर फेशिआइटिस (Plantar Fasciitis) एक सामान्य लेकिन तकलीफदेह समस्या है, जो पैरों के तलवों में दर्द का कारण बनती है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब पैरों के तलवे में मौजूद प्लांटर फैशिया (Plantar Fascia) में सूजन आ जाती है। यह लिगामेंट एड़ी की हड्डी से पैर की उंगलियों तक फैला होता है और यह पैर के आर्च को सहारा देने में मदद करता है। इस समस्या का सामना ज्यादातर एथलीट्स, मोटे लोगों और ज्यादा देर तक खड़े रहने वाले व्यक्तियों को करना पड़ता है। एक अनुमान के अनुसार भारत में हर साल 1 से 2 करोड़ लोग इस समस्या का सामना करते हैं।
प्लांटर फेशिआइटिस के कारण
इस समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
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अधिक दबाव: ज्यादा दौड़ने, कूदने या चलने से प्लांटर फैशिया पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे यह सूज सकता है।
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असामान्य चलने का तरीका: पैरों का गलत एलाइनमेंट (Alignment) या सपाट पैर (Flat Feet) भी इस समस्या को बढ़ावा दे सकता है।
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अत्यधिक वजन: शरीर का वजन जितना ज्यादा होगा, प्लांटर फैशिया पर उतना ही अधिक दबाव पड़ेगा।
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गलत जूते पहनना: ऐसे जूते जो सही सपोर्ट नहीं देते, प्लांटर फेशिआइटिस का कारण बन सकते हैं।
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लचीलेपन की कमी: पिंडलियों और पैर के तलवे की मांसपेशियों में लचीलेपन की कमी से यह समस्या हो सकती है।
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लंबे समय तक खड़े रहना: अगर आपकी नौकरी या दिनचर्या के कारण लंबे समय तक खड़े रहना पड़ता है, तो प्लांटर फेशिआइटिस की संभावना बढ़ जाती है।
प्लांटर फेशिआइटिस के लक्षण
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सुबह उठते ही एड़ी में तेज दर्द – यह लक्षण सबसे आम है और प्लांटर फेशिआइटिस की पहचान करने में मदद करता है।
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लंबे समय तक बैठने के बाद दर्द महसूस होना – बैठने के बाद जब आप खड़े होते हैं, तो एड़ी में दर्द महसूस हो सकता है।
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दौड़ने या चलने में तकलीफ – लंबे समय तक चलने या व्यायाम करने के बाद दर्द बढ़ सकता है।
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एड़ी और तलवे में सूजन – कुछ मामलों में सूजन भी देखी जा सकती है।
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एड़ी के पास कठोरता महसूस होना – यह संकेत देता है कि प्लांटर फैशिया में सूजन या सूक्ष्म आंसू (Micro Tears) हो सकते हैं।
प्लांटर फेशिआइटिस का इलाज
1. आराम और गतिविधियों में बदलाव
अगर आप बहुत ज्यादा दौड़ते या खड़े रहते हैं, तो अपने पैरों को आराम दें। अधिक गतिविधियों से बचें जो दर्द को बढ़ा सकती हैं।
2. बर्फ से सिंकाई (Ice Therapy)
दिन में 2-3 बार 15-20 मिनट तक बर्फ से प्रभावित हिस्से की सिंकाई करने से सूजन और दर्द कम हो सकता है।
3. स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज
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पिंडली और प्लांटर फैशिया स्ट्रेचिंग: एक तौलिया का उपयोग करके पैर की उंगलियों को खींचने से दर्द कम हो सकता है।
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दीवार के सहारे खड़े होकर स्ट्रेचिंग: दीवार पर हाथ रखकर धीरे-धीरे आगे झुकें और पिंडली की मांसपेशियों को स्ट्रेच करें।
4. सही जूते पहनना
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अच्छे आर्च सपोर्ट वाले जूते पहनें।
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फ्लिप-फ्लॉप और सपाट सोल वाले जूते पहनने से बचें।
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विशेष ऑर्थोपेडिक इंसोल (Orthotic Insoles) का उपयोग करें।
5. दर्द निवारक दवाएं
डॉक्टर की सलाह से इबुप्रोफेन (Ibuprofen) या नैप्रोक्सेन (Naproxen) जैसी दवाएं ली जा सकती हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करती हैं।
6. फिजियोथेरेपी
अगर दर्द अधिक हो तो फिजियोथेरेपी से प्लांटर फेशिआइटिस का प्रभावी इलाज किया जा सकता है।
7. नाइट स्प्लिंट (Night Splints) का उपयोग
रात में सोते समय विशेष स्प्लिंट पहनने से प्लांटर फैशिया को खिंचाव मिलता है और सुबह होने वाले दर्द में राहत मिलती है।
8. स्टेरॉयड इंजेक्शन
अगर दर्द लंबे समय तक बना रहता है और अन्य उपायों से राहत नहीं मिलती है, तो डॉक्टर स्टेरॉयड इंजेक्शन दे सकते हैं।
प्लांटर फेशिआइटिस की रोकथाम
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सही जूते पहनें – आर्च सपोर्ट वाले और कुशनिंग प्रदान करने वाले जूते पहनें।
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अत्यधिक वजन न बढ़ने दें – अतिरिक्त वजन से प्लांटर फैशिया पर दबाव बढ़ता है।
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सही ढंग से स्ट्रेचिंग करें – खासकर व्यायाम करने से पहले और बाद में।
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कठोर सतहों पर अधिक देर तक खड़े न रहें – अगर खड़े रहना जरूरी हो, तो सही फुटवेयर पहनें।
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फुट मसाज और थैरेपी लें – इससे रक्त संचार बेहतर होता है और मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं।
निष्कर्ष
प्लांटर फेशिआइटिस भारत और दुनियाभर के देशों में एक आम समस्या है, लेकिन सही देखभाल और इलाज से इसे ठीक किया जा सकता है। अगर समय पर इसका ध्यान नहीं दिया गया, तो यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है और चलने-फिरने में कठिनाई हो सकती है। नियमित एक्सरसाइज, सही जूते पहनना और आवश्यकतानुसार फिजियोथेरेपी से इस समस्या से बचा जा सकता है।
अगर आपको लगातार एड़ी में दर्द महसूस होता है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें ताकि उचित उपचार किया जा सके।
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