गेहूं के जवार स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं! यह इम्यूनिटी बढ़ाता है, वजन घटाने में मदद करता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। जानें उगाने और सेवन का तरीका |
गेहूं के जवारों (Wheatgrass) को स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह गेहूं के पौधे का सबसे पहला अंकुर होता है, जिसे कटकर ताजा उपयोग किया जाता है या इसका रस निकाला जाता है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही गेहूं के जवारों को सुपरफूड मानते हैं, क्योंकि इसमें आवश्यक विटामिन, खनिज, एंजाइम, और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। इस लेख में, हम गेहूं के जवारों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, जिसमें इसका पोषण मूल्य, फायदे, उपयोग विधि, उगाने का तरीका और संभावित दुष्प्रभावों पर चर्चा की जाएगी।
1. गेहूं के जवारों का परिचय
गेहूं के जवार (Wheatgrass) गेहूं के पौधे (Triticum aestivum) के शुरुआती अंकुर होते हैं, जो 7-10 दिनों में बढ़ते हैं। इन्हें हाइड्रोपोनिक सिस्टम या मिट्टी में उगाया जाता है और जब वे लगभग 6-8 इंच लंबे हो जाते हैं, तो इन्हें काटकर सेवन किया जाता है।
गेहूं के जवारों को मुख्यतः जूस या पाउडर के रूप में प्रयोग किया जाता है, लेकिन इन्हें स्मूदी या सलाद में भी जोड़ा जा सकता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन तंत्र को सुधारने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक होता है।
2. गेहूं के जवारों का पोषण मूल्य
गेहूं के जवारों में पोषण तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जो इसे एक संपूर्ण स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ बनाते हैं। इसमें मुख्यतः निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं:
पोषक तत्व | मात्रा (100 ग्राम में) |
---|---|
कैलोरी | 30-40 kcal |
प्रोटीन | 2 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 6 ग्राम |
फाइबर | 1 ग्राम |
विटामिन ए | 1000 IU |
विटामिन सी | 1 मिलीग्राम |
विटामिन ई | 0.6 मिलीग्राम |
आयरन | 1 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 24 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 15 मिलीग्राम |
पोटेशियम | 147 मिलीग्राम |
गेहूं के जवारों में क्लोरोफिल की अत्यधिक मात्रा होती है, जिसे "ग्रीन ब्लड" कहा जाता है क्योंकि यह हमारे रक्त को शुद्ध करने में मदद करता है।
3. गेहूं के जवारों के फायदे
(1) डिटॉक्सिफिकेशन (Detoxification)
गेहूं के जवारों में मौजूद क्लोरोफिल शरीर से विषैले तत्वों को निकालने में सहायक होता है। यह लीवर को साफ करता है और रक्त को शुद्ध बनाता है।
(2) इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह शरीर को संक्रमण और बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
(3) वजन घटाने में सहायक
गेहूं के जवारों में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जिससे यह वजन कम करने में सहायक होता है। यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर फैट बर्निंग प्रक्रिया को तेज करता है।
(4) पाचन तंत्र के लिए लाभकारी
इसमें मौजूद एंजाइम पाचन क्रिया को सुगम बनाते हैं और कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
(5) डायबिटीज के लिए फायदेमंद
गेहूं के जवारों में प्राकृतिक रूप से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। यह टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
(6) कैंसर से बचाव
गेहूं के जवारों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोक सकते हैं।
(7) त्वचा और बालों के लिए लाभकारी
इसमें विटामिन ए, सी और ई होते हैं, जो त्वचा की चमक बनाए रखने और बालों को स्वस्थ बनाने में सहायक होते हैं।
(8) मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
गेहूं के जवारों में मौजूद पोषक तत्व दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं, तनाव कम करते हैं और डिप्रेशन को दूर करने में सहायक होते हैं।
4. गेहूं के जवारों को उगाने की विधि
गेहूं के जवारों को घर पर उगाना बहुत ही आसान है। इसे उगाने के लिए निम्नलिखित विधि अपनाई जा सकती है:
(1) आवश्यक सामग्री
- जैविक गेहूं के दाने
- मिट्टी या नारियल का भूसा
- पानी
- एक ट्रे या गमला
(2) उगाने की प्रक्रिया
- भिगोना: गेहूं के दानों को 8-12 घंटे तक पानी में भिगो दें।
- अंकुरण: भिगोने के बाद दानों को 12-24 घंटे के लिए कपड़े में बांधकर रख दें, ताकि अंकुर निकल सकें।
- मिट्टी में बुवाई: एक ट्रे या गमले में मिट्टी डालें और उसमें अंकुरित दाने फैलाएं।
- पानी देना: प्रतिदिन हल्का पानी छिड़कें लेकिन अधिक पानी न डालें।
- प्रकाश: इसे छायादार स्थान पर रखें और जब जवार 6-8 इंच तक बढ़ जाएं, तो काटकर उपयोग करें।
5. गेहूं के जवारों के उपयोग की विधियां
- जूस बनाना: गेहूं के जवारों को ब्लेंडर में पीसकर उसका रस निकाला जा सकता है।
- स्मूदी: इसे अन्य हरी सब्जियों और फलों के साथ मिलाकर हेल्दी स्मूदी बनाई जा सकती है।
- पाउडर: सुखाकर और पीसकर इसे पाउडर के रूप में सेवन किया जा सकता है।
- कैप्सूल: बाजार में उपलब्ध गेहूं के जवारों के कैप्सूल भी लिए जा सकते हैं।
6. गेहूं के जवारों के संभावित दुष्प्रभाव
हालांकि गेहूं के जवार बेहद फायदेमंद होते हैं, लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे:
- मतली या उल्टी
- एलर्जी
- पेट में ऐंठन
- सिरदर्द
यदि आप पहली बार इसका सेवन कर रहे हैं, तो इसे कम मात्रा से शुरू करें और शरीर की प्रतिक्रिया देखें, उसके बाद ही इनका सेवन शुरू करें।
7. निष्कर्ष
गेहूं के जवार एक प्राकृतिक औषधि हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने और विभिन्न बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। यह आसानी से घर पर उगाया जा सकता है और इसका नियमित सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। अगर आप अपने आहार में पोषण बढ़ाना चाहते हैं, तो गेहूं के जवारों को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें।
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